सच में तुम मुझसे अलग हो मैं तुमसे अलग हूँ। सच में तुम मुझसे अलग हो मैं तुमसे अलग हूँ।
इर्ष्या की भावना को कभी खुद में जगने नहीं दिया, कभी इस भावना तक अपने आप को पहुँचने ना इर्ष्या की भावना को कभी खुद में जगने नहीं दिया, कभी इस भावना तक अपने आप को प...
घर की चाभियों को तो साड़ी के कोर से कस के गिरह बाँध सकती हो ,खो जाने पर इसकी प्रतिलिपि भी बनवा सकती ... घर की चाभियों को तो साड़ी के कोर से कस के गिरह बाँध सकती हो ,खो जाने पर इसकी प्र...
भावना मन की शब्दों में उतर आती है कलम से शब्द सागर बनता है तैरते है हम मन से भावना मन की शब्दों में उतर आती है कलम से शब्द सागर बनता है तैरते है हम...
सही भाव को प्रकटना है नहीं उतना आसान कल्पना शक्ति से अपने भरते हैं हम उँची उड़ान। सही भाव को प्रकटना है नहीं उतना आसान कल्पना शक्ति से अपने भरते हैं हम उ...
गुड़ जैसे मीठे अल्फाज तेरे बस दिल में उतरते जाते हैं। गुड़ जैसे मीठे अल्फाज तेरे बस दिल में उतरते जाते हैं।